अभी जिस तरह का माहौल देश भर में चल रहा है उस स्थिति में कही न कही लोगो की हालत बड़ी ही खस्ता हो रखी है और हर कोई अपना अपना अलग अलग ओपिनियन बना रहा है चाहे वो बड़े स्तर के नेता ही क्यों न हो? कभी लॉकडाउन को लेकर मतभेद, कभी मेट्रो खोलने न खोलने पर मतभेद, कभी बॉर्डर खोलने पर मतभेद तो कई सारी चीजे है जो होती ही है और भी इन दिनों सरकार में कुछ परीक्षाओं को लेकर के आपस में कलह देखी जा सकती है और ऐसा करने की जाहिर तौर पर हिम्मत सिर्फ स्वामी जी ही रखते है.
अभी जेईई मेन और नीट की परीक्षा करवाने के विरोध में स्वामी जी, पीएम मोदी को लिखा अर्जेंट लेटर
आपको अगर जानकारी हो तो देश में उच्च स्तर के डॉक्टर और इंजिनियर बनाने के लिए होने वाली परीक्षा नीट और आईआईटी जेईई मेन को सितम्बर में करवाने का निर्णय किया गया है जो कि बहुत ही ज्यादा नजदीक की डेट है. अभी करोना के हाल तो सबको मालूम ही है और ऊपर से ट्रांसपोर्ट तो अपनी पूरी शक्ति के साथ काम भी नही कर रहा है तो कई लोग है जो इस फैसले को बदलने की मांग कर रहे है.
I have just spoken to the Minister of Education suggesting that NEET and other exams be conducted after Deepavali. The SC order the other day is not a bar since the Hon’ble Court has left the date to the government. I am sending an urgent letter to the PM just now.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 21, 2020
भाजपा से ही राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी जी को एक अर्जेंट लैटर लिखा है और कहा है कि इस परीक्षा में लाखो बच्चे है जो शामिल होते है, इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है इसलिए ये परीक्षा दिवाली के बाद में आयोजित करवाई जाए. इसके अलावा स्वामी जी ने शिक्षा मंत्री जी से भी बात की है और कहा है कि कुछ करके परीक्षाओं को थोडा सा आगे खिसका दिया जाए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा निर्धारित करने का समय सरकार पर छोड़ दिया है.
ऐसे में मोदी सरकार क्या कदम उठाती है और क्या वाकई में ऐसा कुछ होने की संभावना नजर आती है कि परीक्षा आगे खिसकेगी? अभी कोई भी कुछ भी कह नही सकता है लेकिन फिर भी बच्चे तो यही चाह रहे है कि अभी की स्थिति में इतने बड़े स्तर पर परीक्षा न ही करवाई जाये तो बेहतर रहेगा.