आज सारी दुनिया कही न कही चीन से परेशान है और ये साफ़ तौर पर नजर आता भी है ऐसे वक्त में अब चीन के खिलाफ कुछ एक लोग अपना बिगुल भी फूकेंगे और कोई इस स्थिति का फायदा उठाने का फायदा उठाने प्रयास भी करेंगे. अब भला इतना कुछ चल रहा हो और योगी जी इस मामले में भला कैसे पीछे रह जाते है? अब इसमें वो अपने प्रदेश यानी यूपी का हित साधकर के चीन को बड़ा वाला झटका देने की फुल तैयारी में साफ़ तौर पर नजर आ रहे है.
चीन से अपनी कम्पनियां निकालने की तैयारी में जापान, कोरिया और अमेरिका, योगी सरकार अपने यहाँ लाने की तैयारी में जुटी
दरअसल आपको मालूम तो होगा कि अब चीन दुनिया भर की कम्पनियों के लिए एक विश्वस्त स्थान नही रहा है इसलिए कई कम्पनीज है जो अपने मेनुफक्चरिंग प्लांट के कुछ हिस्से दुसरे देशो में ले जाने की प्लानिंग पर काम शुरू भी कर दिया है. इसमें एप्पल और सेमसंग जैसी कम्पनीज हो सकती है जिन्हें लुभाने के लिए योगी सरकार अपने मास्टर प्लान पर काम करने में जुट गयी है ऐसा मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है.
उत्तर प्रदेश में आने वाली कम्पनियों को इन्वेस्टमेंट के जरिये आकर्षित करने को इंसेंटिव और कैपिटल सब्सिडी आदि देने पर विचार किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त सतीश महाना ने तो ये भी कहा है कि निवेशको को हम अधिक से अधिक सहूलियत और छूट देने का प्रयास करेंगे. इससे विदेशी कम्पनियां आकर्षित होगी और उत्तर प्रदेश के नॉएडा, ग्रेटर नॉएडा और गाजियाबाद जैसे आधुनिक क्षेत्रो में अपने प्लांट लगा सकेगी. अगर योगी सरकार चीन के खिलाफ बने इस माहौल को अपने लिए भुना पाने में कामयाब हो जाती है तो इससे बड़ा और कुछ हो ही नही सकता है और ऊपर से योगी के पास तो मोदी का भी सपोर्ट है.
आपको बता दे चीन में करोना हब होने की वजह से लम्बे समय से दुनिया भर में कई चीजो की किल्लते पैदा हुई और अब इसी को मद्देनजर रखते हुए कम्पनियों ने खुदको पूरी तरह से चीन पर केन्द्रित न रखने का निर्णय लिया है जो कि भारत के लिए एक फायदेमंद वक्त साबित हो सकता है.