जहाँ दुनिया भर में कोरोना नाम की ये समस्या काफी तेजी के साथ में पैर पसार रही है वही भारत में इस पर काफी हद तक काबू कर लिया गया है. हालांकि अभी कुछ भी कहा नही जा सकता है कि आगे चलकर के क्या हो सकता है? इस वजह से सरकार अभी से सारे के सारे उपाय लेकर के चल रही है. इसी बीच एक और थोड़ी मन को खराब करने वाली खबर आयी है जो थोड़ा सा आपको और अन्य लोगो को परेशान भी कर सकती है क्योंकि बात देश के मंत्री मंडल तक जा पहुची है.
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन को खुद पर शक, अपने आपको सेल्फ क्वारांटाइन किया वी मुरलीधरन मोदी सरकार में केंद्री मंत्री है आर इस 14 मार्च को उन्होंने एक बैठक में हिस्सा लिया था जिसमे स्पेन से आया हुआ एक डॉक्टर भी था. बैठक के अगले या दो दिन बाद ये खबर आई कि वो डॉक्टर तो कोरोना से पीड़ित था. वी मुरलीधरन भी बैठक के दौरान उस व्यक्ति से मिले थे इसलिए उन्हें अपने आप को बी संक्रमण होने का शक हो गया जिसके बाद में उन्होंने खुदको सेल्फ क्वारंटाइन कर लिया है.
अब कई लोग इस सेल्फ क्वारनटाइन का अर्थ नही समझते है तो इसका अर्थ होता है खुदको हर किसी से अलग कर लेना. यानी वो व्यक्ति और उसकी छुई हुई चीजे किसी के संपर्क में नही आएगी. अब वो खुदको एक कमरे में रखे या फिर बंगले में रखे ये उस व्यक्ति पर निर्भर करता है. ऐसे में कही न कही मोदी सरकार के एक मंत्री ने कही न कही ये बात तो साबित कर ही दी है कि वो काफी ज्यादा सजग है और उन्होंने ये कदम लेकर के कही न कही बड़ी विपत्ति होने से देश को बचा लिया क्योंकि मंत्री तो प्रधानमंत्री से लेकर बड़े बड़े मंत्रियो आर अफसरों के सम्पर्क में भी आते है.
हालांकि भारत इस रोग को काबू में करने के लिए काफी अच्छा काम कर रहा है जिसकी दुनिया भर में तारीफ़ भी हो रही है क्योंकि जिस तरह की स्थिति बाहर के देशो में है उससे तो कई ज्यादा बेहतर स्थिति में भारत है.