शशि थरूर का नाम तो आप जानते ही है वो कांग्रेस के काफी जाने माने और रंगबिरंगे मिजाज वाले नेता है. न सिर्फ उनकी राजनीति काफी सही चली है बल्कि शशि थरूर लेखन में भी अच्छे रहे है और इस बात में कोई संशय नही है लेकिन लगता है उनकी यही लेखनी की शैली ही उन पर भारी पड़ने वाली है और ऐसी भारी पड़ने वाली है कि कोर्ट को उन्हें पकड़ने के लिये पुलिस भेजनी पड़ेगी ये किसी ने नही सोचा होगा.
नायर महिलाओं के अपमान का है मामला, कोर्ट के सामान पर भी पेश नही हुए तो जारी हुए वारंट
केरल के एक कोर्ट में एक महिला वकील ने शशि थरूर के खिलाफ केस दर्ज करवाया है जिसमे उनपर नायर महिलाओं के अपमान करने का आरोप लगा है. दरअसल शशि थरूर पर आरोप है कि उन्होंने आज से लगभग तीन दशक पहले एक उपन्यास लिखा था जिसका नाम था ग्रेट इंडियन नॉवेल और इसमें एक भाग में नायर महिलाओं को लेकर के कुछ ऐसी बाते कही गयी जिससे एक महिला वकील नाराज हो गयी और उन्होंने कोर्ट में शशि थरूर के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया.
Many have asked about media reports relating to a case filed by a BJP MahilaMorcha lawyer,about a line in my 30yr old #GreatIndianNovel. I have the highest respect for the judiciary& no contempt of court was intended. As may be seen (attached) I recd a summons w/no date specified pic.twitter.com/DfXUNPBBTW
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 22, 2019
मुकदमा दायर होने के बाद में शशि थरूर के लिए सुनवाई की तारीख 21 दिसम्बर रखी गयी थी लेकिन वो इस तारीख को पेश नही हुए और इसे कोर्ट के आदेश की अवमानना मानते हुए कोर्ट ने शशि थरूर के नाम का वारंट जारी कर दिया है ताकि पुलिस थरूर को पकडे और कोर्ट के समक्ष पेश करे. शशि थरूर इस मामले में ट्विटर पर सफाई देते हुए नजर आ रहे है और कह रहे है कि उनके पास में तारीख का कोई मेंशन नही था इस वजह से ऐसा हुआ. खैर जो भी है मामले ने तूल तो पकड़ ही लिया है.
वैसे आपको बता दे शशि थरूर पहले से ही सुनंदा पुष्कर मामले में कोर्ट के चक्कर सालो तक लगा चुके है तो उनके लिए ये कोई बड़ी या फिर नयी बात नही है और न ही शायद उन्हें वारंट वगेरह देखकर के कोई ख़ास भय महसूस भी होता होगा.