जब से इस देश में मोटर व्हीकल एक्ट 2019 आया है उसके बाद से ही सभी लोग काफी परेशान है और सरकार को ताना दे रहे है कि आपने सडको का इन्फ्रास्ट्रक्चर तो विकसित देशो जितना बेहतरीन बनाया नही है और हमसे चालान उनके जितना वसूल कर रहे हो. ये बाते सरकार तक पहुँचती भी है और बाद में निर्भर ये करता है कि वो इस पर रियेक्ट किस तरह से करते है? नितिन गडकरी ने इस पर रियेक्ट किया है और ये सड़क बनाने में धांधली करने वालो के लिए चेतावनी की तरह है.
गडकरी ने ट्वीट कर बताया, बढ़ा दी है ठेकेदारों पर जुर्माने की राशि
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि सड़क की गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर अब पहले की तुलना में कई गुना अधिक जुर्माना लगाया जाएगा. यही नही सड़क बन जाने के बाद में भी अगर ठेकेदार उस सड़क का रखरखाव नही करता है तो भी उस पर 1 लाख रूपये का जुर्माना लगेगा. ये पहले की तुलना में काफी अधिक है और इससे ठेकेदारों के मन में काम करने को लेकर के डर बैठ जाएगा कि कुछ गडबड हुई तो सीधे लाखो का झटका लगेगा और काम अच्छा होगा.
खराब सड़क बनाने पर ठेकेदारों पर भी हो सकता है जुर्माना। #TrafficFines #MotorVehicleAct pic.twitter.com/AfjT38sMwf
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) September 27, 2019
सरकारी तंत्र ही है सरकार के लिए सबसे बड़ी समस्या
सरकार ने आम नागरिको के हितो के लिए नियम तो बना दिये लेकिन उन्हें लागू करवा पाना ही सबसे बड़ी चुनौती है क्योंकि आम तौर पर निचले स्तर पर इंजिनियर, पीडब्लूडी, निगम और ठेकेदार सभी की मिलीभगत होती है. ऐसे में इस ईकोसिस्टम को तोडकर ठेकेदार को सबक सिखा पाना सबसे बड़ी चुनौती है और इस पर भी टेक्नोलॉजी की मदद से कुछ न कुछ हल निकलने के प्रयास किये जा रहे है जो आने वाले समय में संभव हो सकेंगे.
नियम कड़े होने के बावजूद भी देश भर में सडको का हाल सभी लोग जानते है. एक हलकी सी बारिश में ही पूरा डामर बह जाता है और गड्ढे नजर आते है जिस पर गाड़ियां डिस्को करते हुए निकलती है. इसी समस्या को ठीक करवाने के लिए जनता पिछले सात दशक से दो चार हो रही है लेकिन कोई परिणाम नही मिल रहा.