अभी हाल ही में भारत सरकार ने कश्मीर को लेकर के बहुत ही बड़ा फैसला लिया है और ये अचानक नही हुआ है बीजेपी के एजेंडे में ये पहले से ही काफी दशको से शामिल रहा है और आखिरकार 5 जुलाई की तारीख को देश के गृह मंत्री अमित शाह ने संसद को इस बारे में बता दिया कि हम इस धारा को खत्म करने की कवायद शुरू कर रहे है और इसके बाद कटा है असली बवाल. कश्मीर में हर जगह पर धरा 144 है और महबूबा मुफ़्ती जैसे बड़े नेताओं को बंद करके गेस्ट हाउस में रखा गया है मगर महबूबा के जाते ही उसकी बेटी सामने आयी है.
सना बोली, हमें जानवरों की तरह अन्दर बंद क्यों कर रहे हो?
सना से मीडिया समूह के लोगो ने बातचीत की है और उसमे वो अपना गुस्सा जाहिर कर रही है और कहती है ‘ जब राज्यपाल को ही अंदाजा नही था कि क्या होने वाला है? तो अधिकारियों से तो क्या ही उम्मीद लगाये? मुझे कहा गया है मेरी माँ को दो चार दिन में छोड़ देंगे लेकिन ऐसी स्थिति में भरोसा नही होता. हमसे पहले कहा गया अमरनाथ हमले की आशंका के चलते ये सब किया जा रहा है हमसे झूठ बोला गया और फिर चोरो की तरह ये अवैध फैसला ले लिया गया गया.’
सना ने आगे कहा ‘कश्मीरियों को इस बात की भी इजाजत नही है कि वो अपने गुस्से को जाहिर कर सके आप आखिर कितने वक्त तक इन लोगो को ऐसे ही बंद रखेंगे? अगर ये कश्मीरियों के भविष्य के लिये है तो उन्हें जानवरों की तरह बंद क्यों रखा जा रहा है?’ सना ने भारत और भारत की सरकार को जमकर के कोसा है और वो इस फैसले को गलत बता रही है.
हालांकि आपको ये भी बता दे कि महबूबा मुफ़्ती की बेटियाँ कश्मीर में न के बराबर ही रहती है. वो लंदन से पढ़ी है और लंदन में ही नौकरी भी कर चुकी है. उनकी जिन्दगी अधिकाँशतः लन्दन में बीती है मगर इसके बावजूद जब ऐसा माहौल है तो वो राजनीतिक बयानबाजी कर रही है.