गत लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की गत बड़ी ही बुरी हुई और पार्टी दहाई के आंकड़े को भी पार नही कर पायी. राहुल गांधी की अध्यक्षता में ये कांग्रेस पार्टी की दूसरी लोकसभा चुनावों में हार है और इस हार के बाद में राहुल चाहते थे कि वो पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे और उनकी जगह पर कोई और योग्य व्यक्ति आये जो पार्टी को संभाल सके मगर लगातार उन्हें रोका जाता रहा. वो कांग्रेस कमिटी की बैठक में भी कई बार ये बात कह चुके थे कि वो अब इस्तीफा देना चाहते है मगर उन्हें नही देने दिया गया.
आखिरकार राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद को जबरदस्ती छोड़ा और ट्विटर पर इस बात का ऐलान किया. अध्यक्ष पद को छोड़ने के बाद में राहुल गांधी ने एक चिट्ठी है जो लिखी है और उसमे वो सभी को कोसते हुए नजर आ रहे है और बता रहे है किस तरह से वो इन सबसे लड़ने में फेल हो गये जिसके चलते उन्हें अब ये पार्टी छोडनी पड़ रही है तो चलिए फिर जानते है चिट्ठी में क्या कुछ है?
It is an honour for me to serve the Congress Party, whose values and ideals have served as the lifeblood of our beautiful nation.
I owe the country and my organisation a debt of tremendous gratitude and love.
Jai Hind 🇮🇳 pic.twitter.com/WWGYt5YG4V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 3, 2019
राहुल गांधी चिट्ठी में लिखते है ‘ इस हार की जिम्मेदारी मेरी है और मैं पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूँ. हमारा लोकतंत्र बुनियादी तौर पर काफी कमजोर हुआ है. हम किसी पार्टी से चुनाव नही हारे है बल्कि हमारे खिलाफ पूरी सरकारी मशीनरी थी, हर संस्थान हमारे खिलाफ था, सब जगह पर आरएसएस ने कब्जा किया हुआ है. जीत कभी भी इनके भ्रष्टाचार के दाग या आरोप नही मिटा पायेगी. भारत में सभी सत्ता से चिपके हुए रहना चाहते है. विरोधियो को हम बिना कुर्बानी दिए हुए हरा नही पाएंगे. चिट्ठी में वो मीडिया के दुरुपयोग से लेकर तमाम आरोप बीजेपी पर मढ़ते चले जा रहे है और इसके बाद में एक बार तो साफ है कि अब राहुल गांधी अध्यक्ष नही रहे.
उनके बाद में कांग्रेस पार्टी में अगला अध्यक्ष कौन होगा? इस बात पर कोई भी जानकारी फ़िलहाल तो नही है लेकिन अभी वो अशोक गहलोत और उनके समकक्ष नेताओं के नामो पर चर्चा कर रही है. पहले तो सभी ने उन्हें मनाने की खूब कोशिश की मगर अब राहुल चले गये है तो उनकी जगह किसी न किसी को तो लेनी ही होगी. अब सवाल ये है कि उनकी जगह प्रियंका लेती है या फिर कोई गैर गांधी व्यक्ति इस पद पर बैठता है. आने वाले वक्त में सब कुछ जल्द ही साफ हो जाने वाला है