देश में नयी सरकार बन चुकी है और सरकार बनी है तो उससे लोगो की अपनी अपनी उम्मीदे भी है और इसमें ज्यादा हक़ तो उन लोगो का ही बनता है जो कही न कही बीजेपी को वोट देने के कारक रहे. ऐसे में सरकार ने शपथ भी नही ली है कि बाबा रामदेव ने पहले ही अपनी मांग का पिटारा खोल दिया और कहा ‘अब समय आ गया है जब भारत में जनसंख्या नियंत्रण क़ानून लाया जाए. ये देश के लिए बेहद जरूरी है और अगर किसी भी सूरत में देश की जनसँख्या 150 करोड़ से ज्यादा हो जाती है तो फिर हमारे पास में उतने संसाधन भी नही है, ऐसी स्थिति में भारत और भारत के लोगो के लिए सरवाइव करना मुश्किल हो जाएगा.
सरकार को दो बच्चो की नीति लागू करनी चाहिए और तीसरे बच्चे को वोट देने का अधिकार भी नही देना चाहिए.’ बाबा रामदेव द्वारा दिए गये इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई और कई लोगो ने जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए कुछ न कुछ कदम उठाने की वकालत तो की है लेकिन लगता है हैदाराबाद के सांसद औवेशी को ये बात रास नही आयी है.
औवेशी ने बाबा रामदेव को ताना मारते हुए कहा ‘इस देश में कुछ भी असवैधानिक या गलत कहने पर कोई क़ानून नही है तो इस वजह से लोग कुछ भी कहते है मगर अब बाबा रामदेव ये कह रहे है कि नरेंद्र मोदी को वोट देने का अधिकार नही होना चाहिए क्योंकि वो तीसरी संतान है.’
There is no law preventing people from saying downright unconstitutiona things, but why do Ramdev’s ideas receive undue attention?
That he can do a thing with his stomach or move about his legs shouldn’t mean @narendramodi lose his right to vote just because he’s the 3rd kid https://t.co/svvZMa4aZy
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 27, 2019
अब दोनों के ही बयान काफी ज्यादा वायरल हुए है हालांकि समर्थन बाबा रामदेव को ही मिल रहा है क्योंकि देश बहुत ही विकट परिस्थिति से गुजर रहा है और ऐसे में अगर जनसंख्या को काबू नही किया जाता है तो भारत के पास में भविष्य में इतने संसाधन नही होंगे कि वो आने वाले बच्चो को पाल पोस सके और उन्हें एक बेहतर जीवन दे सके. चीन ने भी इस समस्या के से निपटने के लिये दो बच्चो की नीति सख्ती के साथ अपनाई थी जिसकी बदौलत वो एक स्थिर देश बन गया है लेकिन क्या भारत में ऐसा कुछ भी कर पाना संभव होगा?